मुख्य सचिव ने हेल्थकेयर इनोवेशन कॉन्क्लेव का दीप प्रज्ज्वलित कर किया शुभारंभ
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा एपीएसी न्यूज नेटवर्क के सहयोग से आयोजित हेल्थकेयर इनोवेशन कॉन्क्लेव का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया।
अपने संबोधन मुख्य सचिव ने कहा कि वर्तमान में इनोवेशन हमारे देश का नया मंत्र है। देश में नवाचार के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि नवाचार के माध्यम से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को अंतिम छोर तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम पर प्रकाश डाला और कहा स्टार्टअप मूवमेंट इंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देता है। वर्तमान में, यूपी में 11,000 से अधिक स्टार्टअप हैं, जिनमें स्वास्थ्य सेवा स्टार्टअप भी शामिल हैं।
बुनियादी ढांचे के विकास पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि हर सेक्टर में उत्तर प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। राज्य में स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच को बढ़ाते हुए आईआईटी कानपुर द्वारा 500 बिस्तरों वाले अस्पताल के निर्माण कराया जा रहा है। आईआईटी कानपुर और केजीएमयू के प्रोफेसर्स की मेंटरशिप में मेडिकल समस्याओं के संबंध में नए-नए उपकरणों का अनुसंधान किया जा रहा है। उन्होंने स्वास्थ्य सेवा वितरण पर टेलीमेडिसिन के परिवर्तनकारी प्रभाव की भी सराहना की।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव रंजन कुमार ने ईज ऑफ हेल्थी लिविंग को बढ़ावा देने के लिए प्रौद्योगिकी और सुशासन का लाभ उठाने पर राज्य के फोकस को रेखांकित किया। उन्होंने निगरानी और दक्षता बढ़ाने के लिए पोर्टल-आधारित डेटा एनालिटिक्स और 150 से अधिक अस्पतालों में 16 प्रकार के निगरानी कैमरों की स्थापना जैसी पहल पर प्रकाश डाला।
कॉन्क्लेव विभिन्न सत्रों में मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक डॉ. पंकज जैन, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के संयुक्त निदेशक श्री विक्रम पगारिया, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र के कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल (प्रोफेसर) अतुल कोटवाल सहित लखनऊ के चिकित्सा संस्थानों के सीएमडी, निदेशक व उनके प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार व्यक्त किये।